 
    पांच घंटे का ऑनलाइन प्रशिक्षण
"मुक्त शैक्षिक संसाधन (OER): शिक्षा में नवाचार"
            आधुनिक शिक्षा की विकसित होती संरचना में, मुक्त शैक्षिक संसाधन (ओपन एजुकेशनल रिसोर्सेज - OER) एक महत्वपूर्ण
            शक्ति के रूप में उभरे हैं, जो ज्ञान के निर्माण, साझाकरण और उपभोग के तरीके को पुनः परिभाषित कर रहे हैं।
            खुलापन, समानता और सहयोग के सिद्धांतों पर आधारित OER, शिक्षकों और शिक्षार्थियों को उच्च गुणवत्ता वाले,
            अनुकूलनीय शैक्षिक सामग्री तक अबाधित पहुँच प्रदान कर पारंपरिक शिक्षण बाधाओं को पार करता है। वैश्विक स्तर पर
            शिक्षा प्रणालियाँ अधिक समावेशी और शिक्षार्थी-केंद्रित मॉडल की ओर अग्रसर हो रही हैं, ऐसे में OER का रणनीतिक
            उपयोग सभी के लिए समान और सतत् शैक्षिक अवसर प्रदान करने के लिए अनिवार्य बन गया है।
            
            
            OER की उत्पत्ति, वैचारिक आधार और वैश्विक प्रगति की गहन समझ विभिन्न शैक्षिक संदर्भों में इसके प्रभावी एकीकरण
            के लिए अत्यंत आवश्यक है। अंतर्राष्ट्रीय ढाँचों, शैक्षणिक विमर्श और जमीनी नवाचारों से प्रेरित OER के विकास का
            अवलोकन शिक्षकों को इसके दायरे और संभावनाओं के बारे में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। इस प्रकार का
            सूचित दृष्टिकोण OER के साथ गहरे स्तर पर जुड़ाव को संभव बनाता है, जिससे शिक्षण, अधिगम और संस्थागत उन्नयन में
            इसका उद्देश्यपूर्ण उपयोग किया जा सकता है।
            
            
            OER के विकास और प्रसार को नियंत्रित करने वाले कानूनी और तकनीकी आयामों की सुदृढ़ समझ भी उतनी ही आवश्यक है।
            विशेष रूप से क्रिएटिव कॉमन्स (Creative Commons) जैसे लाइसेंसिंग ढाँचों में दक्षता शिक्षकों को बौद्धिक संपदा
            अधिकारों का सम्मान करते हुए ओपन संसाधनों के उपयोग और अनुकूलन के लिए सशक्त बनाती है। साथ ही, कृत्रिम
            बुद्धिमत्ता, इमर्सिव प्लेटफॉर्म और ब्लॉकचेन-सक्षम प्रमाणन जैसी उभरती तकनीकें OER परिदृश्य को बदल रही हैं,
            इसके दायरे और शैक्षणिक संभावनाओं का विस्तार कर रही हैं।
            
            
            OER की परिवर्तनकारी क्षमता के केंद्र में शिक्षकों के बीच प्रमुख दक्षताओं का विकास निहित है। OER को
            उद्देश्यपूर्ण तरीके से एकीकृत करने, संसाधनों का चयन और निर्माण करने की क्षमता शिक्षकों के लिए आवश्यक है ताकि
            इसके पूर्ण शैक्षणिक मूल्य को प्राप्त किया जा सके। ऐसी दक्षताएँ शिक्षकों को संसाधनों की गुणवत्ता का
            आलोचनात्मक मूल्यांकन करने, प्रासंगिक सामग्री तैयार करने और OER को शिक्षण ढाँचों में सहजता से एकीकृत करने में
            समर्थ बनाती हैं, जिससे अधिक आकर्षक, समावेशी और गतिशील शिक्षण वातावरण का निर्माण होता है।
            
            
            OER की विश्वसनीयता और प्रभाव सुनिश्चित करने के लिए गुणवत्ता की गारंटी सर्वोपरि है। कठोर गुणवत्ता ढाँचों को
            अपनाने से शिक्षक खुले सामग्री में सटीकता, प्रासंगिकता, समावेशिता और शिक्षण प्रभावशीलता के मानकों को बनाए रख
            सकते हैं। गुणवत्ता आश्वासन प्रथाओं के संस्थानीकरण के माध्यम से शैक्षणिक समुदाय OER में अधिक विश्वास उत्पन्न
            कर सकता है और इसके व्यापक उपयोग को प्रेरित कर सकता है।
            
            
            OER आंदोलन की निरंतरता के लिए समग्र और सहयोगात्मक दृष्टिकोण की आवश्यकता है। एक मजबूत OER पारिस्थितिकी तंत्र
            के निर्माण के लिए संस्थागत प्रतिबद्धता, सहायक नीतिगत हस्तक्षेप, विभिन्न क्षेत्रों के बीच साझेदारी और जीवंत
            पेशेवर अधिगम समुदायों का विकास आवश्यक है। ऐसे सामूहिक प्रयासों के माध्यम से OER आंदोलन विकसित होता रहेगा और
            वैश्विक शिक्षा में सार्थक और स्थायी योगदान देगा।
            
            
            राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में उल्लिखित दृष्टिकोण के अनुरूप, CIET NCERT द्वारा आयोजित यह पाँच दिवसीय ऑनलाइन
            प्रशिक्षण कार्यक्रम OER को एक परिवर्तनकारी शैक्षिक उपकरण के रूप में गहन समझ को बढ़ावा देने हेतु डिज़ाइन किया
            गया है। प्रशिक्षण का अंग्रेज़ी संस्करण 16 से 20 जून 2025 तक आयोजित किया जाएगा, जिसके बाद हिंदी संस्करण 23 से
            27 जून 2025 तक चलेगा। प्रतिदिन सत्र अपराह्न 4:00 बजे से 5:00 बजे तक लाइव प्रसारित किए जाएंगे। इस पहल का
            उद्देश्य शिक्षकों को OER के सैद्धांतिक आधार, व्यावहारिक विशेषज्ञता और दूरदर्शी रणनीतियों से लैस करना है ताकि
            OER को समकालीन शिक्षण और अधिगम अभ्यास में प्रभावी ढंग से एकीकृत किया जा सके।
            
            
            सभी सत्र NCERT के आधिकारिक YouTube चैनल पर लाइव स्ट्रीम किए जाएंगे, साथ ही PM eVidya DTH TV चैनलों (6 से 12)
            पर प्रसारित किए जाएंगे और JioTV मोबाइल एप्लिकेशन पर भी उपलब्ध रहेंगे। इसके अतिरिक्त, प्रतिभागियों को समर्पित
            YouTube प्लेलिस्ट के माध्यम से सत्रों की रिकॉर्डिंग ऑन डिमांड उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे वे सुविधानुसार प्रमुख
            शिक्षण अंतर्दृष्टियों और शिक्षण विधियों से निरंतर जुड़ाव बनाए रख सकें।
            
            
        
प्रशिक्षण के उद्देश्य:
प्रशिक्षण श्रृंखला पूर्ण होने के उपरांत, प्रतिभागी निम्नलिखित में सक्षम होंगे:
- OER की वैचारिक नींव, विकास और दायरे की गहन समझ प्राप्त करना।
- लाइसेंसिंग ढाँचों की व्याख्या करना और OER के विकास व प्रसार के लिए उभरती तकनीकों का उपयोग करना।
- OER के प्रभावी चयन, निर्माण और शैक्षणिक एकीकरण के लिए आवश्यक दक्षताओं का निर्माण करना।
- मुक्त शैक्षणिक सामग्री की विश्वसनीयता, प्रासंगिकता और समावेशिता सुनिश्चित करने हेतु गुणवत्ता आश्वासन ढाँचों को लागू करना।
- सतत, सहयोगात्मक और भविष्य-उन्मुख OER पारिस्थितिकी तंत्र को पोषित करने हेतु रणनीतियाँ तैयार करना।
- विविध अधिगम संदर्भों में ओपन एजुकेशन प्रथाओं के उन्नयन में योगदान देना।
कार्यक्रम अनुसूची:
| दिन व तिथि | सत्र का शीर्षक | विशेषज्ञ | बैनर लिंक | प्रस्तुति लिंक | विडियो लिंक | 
|---|---|---|---|---|---|
| Day 1: Monday, 23 जून 2025 | मुक्त शैक्षिक संसाधन (OER): अवधारणा, दायरा, और विकास | डॉ. पापिया उपाध्याय सहायक प्रोफेसर, स्कूल ऑफ एजुकेशन नेताजी सुभाष मुक्त विश्वविद्यालय, कोलकाता पश्चिम बंगाल | Day 1 | Presentation_Day 1 | Video | 
| Day 2: Tuesday, 24 जून 2025 | लाइसेंस, उभरती हुई तकनीकें, और मुक्त शैक्षिक संसाधन (OER) | डॉ. गौरव सिंह, प्रोफेसर, मीडिया प्रोडक्शन डिवीजन, सीआईईटी-एनसीईआरटी, नई दिल्ली | Day 2 | Presentation_Day 2 | Video | 
| Day 3: wednesday, 25 जून 2025 | मुक्त शैक्षिक संसाधन (OER) दक्षताएँ: चयन, सृजन और एकीकरण | डॉ. अजीता देशमुख, सहायक प्रोफेसर, एमआईटी-एडीटी विश्वविद्यालय, पुणे, महाराष्ट्र | Day 3 | Presentation_Day 3 | Video | 
| Day 4: Thursday, 26 जून 2025 | मुक्त शैक्षिक संसाधन (OER) के लिए गुणवत्ता ढांचा | डॉ. मोहम्मद मामूर अली, सहायक प्रोफेसर, शिक्षक प्रशिक्षण और अनौपचारिक शिक्षा विभाग, आईएएसई, जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली | Day 4 | Presentation_Day 4 | Video | 
| Day 5: Friday, 27 जून 2025 | स्थायी मुक्त शैक्षिक संसाधन (OER) पारिस्थितिकी तंत्र का विकास | प्रो. अनिता प्रियदर्शिनी निदेशक दूरस्थ शिक्षा स्टाफ प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (STRIDE) इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU), नई दिल्ली | Day 5 | Presentation_Day 5 | Video | 
| आयोजक समूह: कार्यक्रम सलाहकार: प्रो. इंदु कुमार, विभागाध्यक्ष - डीआईसीटी, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी, नई दिल्ली। कार्यक्रम समन्वयक एवं पाठ्यक्रम समन्वयक : डॉ. एंजल रत्नाबाई, एसोसिएट प्रोफेसर, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी, नई दिल्ली। तकनीकी समन्वयक: श्री गुरजीत सिंह, जूनियर प्रोजेक्ट फेलो, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी, नई दिल्ली। | |||||
कैसे भाग लें?
चरण 1 : पंजीकरण:
प्रतिभागियों को निम्नलिखित लिंक या क्यूआर कोड का उपयोग करके पंजीकरण करना होगा -
    https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSc9duwpwltUj4BpnneIx8xkdkH7ZzljEzmticEvLFWpikkC3w/viewform?usp=dialog
    
    या QR कोड स्कैन करें -
चरण 2 : सीधा प्रसारण सत्र देखें और विषय के बारे में जानें :
प्रतिभागियों को प्रशिक्षण सत्र
    में भाग लेना होगा, जिसका एनसीईआरटी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल - http://youtube.com/ncertofficial पर सीधा प्रसारण 23 से 27 जून 2025 को शाम 4.00 बजे से 5.00 बजे (सोमवार से
    शुक्रवार) तक किया जाएगा। सत्र का
    सीधा प्रसारण निम्नलिखित चैनलों पर भी किया जाएगा :
- पीएम ईविद्या चैनल #6-12
- डीडी फ्री डिश चैनल
- डिश टीवी चैनल #2027-2033
- जियो टीवी मोबाइल ऐप
यदि आप किन्ही कारणों से लाइव सत्र नहीं देख पाते हैं, तो आप दिए गए प्लेलिस्ट लिंक का उपयोग करके रिकॉर्डिंग देख सकते हैं: https://youtube.com/playlist?list=PLcsj1x9n9h4gFVTm3BhXdUHVuZE_SBYCT&si=5poBRPtqtzvvYcAY
 
चरण 3: ऑनलाइन पाठ्यक्रम में नामांकन करें, सत्रोत्तर गतिविधि में भाग लें और प्रमाण पत्र प्राप्त करें:
    
यदि आप प्रमाणपत्र प्राप्त करने में रुचि रखते हैं, तो आपको निम्नलिखित कार्य करना होगा:
- दीक्षा पोर्टल पर लॉन्च होने वाले ऑनलाइन पाठ्यक्रम में शामिल हों। पाठ्यक्रम लिंक: https://learning.diksha.gov.in/diksha/course.php?id=740§ion=1678। 
 यह कोर्स 15 मार्च , 2026 तक खुला रहेगा।
- प्रतिभागियों को पाठ्यक्रम में शामिल होना होगा, सभी पांचों वीडियो देखने होंगे।
- प्रतिभागियों को अंतिम मूल्यांकन करने की आवश्यकता है। प्रतिभागी तीन बार मूल्यांकन का प्रयास कर सकते हैं।
- अंतिम मूल्यांकन में 70% और उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को एक प्रमाण पत्र मिलेगा और वे अपने दीक्षा प्रोफ़ाइल पृष्ठ पर ही अपना प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। सर्टिफिकेट मिलने में 15-20 दिन का समय लग सकता है।
चरण 4 : अपनी प्रतिक्रिया दें :प्रतिभागियों से अपेक्षा की जाती है कि वे दिए गए लिंक या क्यूआर कोड का
    उपयोग करके फीडबैक प्रस्तुत करें -
https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSd-oPqcgwhF1u1oRt57w_ZiRfCZzYig9IbE2z4karh1L30FQA/viewform?usp=dialog
    
यह प्रतिक्रिया फॉर्म आपके अनुभवों, आपके सीखने और ऑनलाइन प्रशिक्षण के संबंध में सुझावों को जानने के लिए बनाया गया है। कृपया हमारे साथ अपने अनुभवों और सुझावों को साझा करें। यह हमें वर्चुअल प्रशिक्षण प्रक्रिया में और सुधार करने में मदद करेगा। आपकी प्रतिक्रियाओं की गोपनीयता सुनिश्चित रखी जाएगी।
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